छोटे से गांव निरमंड की आंचल भारद्वाज राष्ट्रीय कैडेट कोर एनसीसी के महिला वर्ग में पूरे देश में अव्वल रही हैं। एक साल के प्रशिक्षण के बाद आंचल लेफ्टिनेंट बन कर आएंगी । कुल्लू जिला के निरमंड गांव में माता हितेश भारद्वाज व पिता कर्ण दत्त भारद्वाज के घर तीन दिसंबर 1987 को पैदा हुई आंचल ने इस कामयाबी से सारे प्रदेश का नाम ऊंचा किया है। आंचल को बचपन से ही सेना में जाने व पर्वतारोहण का शौक था। प्रारंभिक शिक्षा रामपुर से हासिल करने के बाद अंाचल ने आरकेएमवी से ग्रेजुएशन की। हाल ही में आंचल को एसएससी के एनसीसी के कोटे में जब प्रथम स्थान पाने कि सूचना मिली, तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। एक साल सैन्य प्रशिक्षण लेने के लिए अंाचल इसी माह चेन्नई गई है। आंचल ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय माता-पिता व गुरुजनों को दिया। आंचल ने कहा कि कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं होती, बस उसे पाने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत होती है।
निरमंड की आंचल भारद्वाज
Posted by :हिमशिक्षा
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शुक्रवार, नवंबर 18, 2011
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