स्कूल शिक्षा बोर्ड ने दसवीं के बाद गैप डालकर जमा दो की परीक्षा देने के लिए हरी झंडी प्रदान की है। प्रदेश के जिन छात्रों इससे अधिक समय पूर्व दसवीं कक्षा पास की है या जमा एक में फेल हुआ है उक्त को वर्ष 2012 में जमा दो की परीक्षा देने के लिए अनुमति प्रदान कर दी है। बोर्ड द्वारा जारी आदेशों के अनुसार वाणिज्य व कला संकाय के छात्र ही उक्त परीक्षा में सकते हैं। इसके अलावा विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों सुविधा नहीं प्रदान की गई है। सूचना के अनुसार बोर्ड द्वारा उक्त विद्यार्थियों जमा दो के परीक्षा पत्रों को स्वीकार नहीं किया जा रहा था। इसके चलते प्रदेश के युवाओं में स्कूल शिक्षा बोर्ड के लिए काफी आक्रोश पैदा हो गया था। अध्यक्ष वीसी फारका ने खबर की पुष्टि की है। उन्होने बताया कि बोर्ड द्वारा जारी आदेशों के चलते वर्ष 2012 में ही उक्त परीक्षा ली जाएगी। इसके बाद उक्त विद्यार्थियों राज्य मुक्त विद्यालय द्वारा संचालित की जाने वाली परीक्षाओं में बैठना पड़ेगा। उन्होने स बाबत बोर्ड द्वारा 15 दिसंबर तक परीक्षा फार्म भरने की तिथि निर्धारित की गई है। इसके चलते परीक्षार्थियों 450 रुपए परीक्षा शुल्क के साथ परीक्षा फार्म भेजना होगा। उन्होने या कि इसके लिए बोर्ड द्वारा लेट फीस तिथि का कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है। बोर्ड द्वारा निर्धारित तिथि के बाद फार्म स्वीकार नहीं किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि शिक्षा बोर्ड ने इसी सत्र से जमा एक की परीक्षा का संचालन करना बंद कर दिया है। इसके चलते प्रदेश भर में वर्षों पूरी कर चुके तथा पिछले सत्र में जमा एक में फेल हुए परीक्षार्थियों सीधे तौर पर जमा दो की परीक्षा के फार्म भरना शुरू कर दिए थे। बावजूद इसके बोर्ड कार्यालय में उक्त के फार्म न लिए जाने पर मायूसी का सामना करना पड़ रहा था। इसके चलते उक्त अभ्यर्थियों चेहरे की मायूसी को बोर्ड ने शनिवार को दूर करते हुए उक्त अभ्यर्थियों व्यक्तिगत तौर पर जमा दो की परीक्षा देने के लिए हरी झंडी प्रदान कर दी है। लिहाजा बोर्ड के इस फैसले से प्रदेश के युवाओं को काफी राहत मिलेगी।
दसवीं के बाद जमा दो परीक्षा
Posted by :हिमशिक्षा
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रविवार, नवंबर 20, 2011
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